चंडीगढ़, 31 जुलाई 2021 : एक तरफ़ जहां विश्व सेहत संस्था (WHO) एवं पंजाब सरकार के मंत्री और अफ़सर अगस्त-सितम्बर में कोरोना की तीसरी लहर का अंदेशा बता कर उस से निपटने की त्यारी के बड़े बड़े बयान दे रहे हैं वहीं दूसरी और एक ‘तुग़लकी’ फ़रमान जारी करते हुए सरकार ने 2 अगस्त से पंजाब में हर क्लास के लिए स्कूल खोलने का एलान कर दिया है ।
पंजाब सरकार के ग्रह विभाग द्वारा जारी इस निर्देश ने बच्चों के माता पिता की मुसीबतें बढ़ा दी है क्यूँकि कोविड की तीसरी लहर में सबसे ज़्यादा ख़तरा बच्चों को ही बताया जा रहा है और अभी तक 18 सालों से नीचे किसी भी व्यक्ति को टीका भी नहीं लगा है । यहीं नहीं टीके की डोज़ ना आने के कारण अभी 18-40 वर्ष की आयु के अधिकतर लोग भी टीका लगवाने में असमर्थ रहे है । ऐसे में स्कूल खोलने का मतलब बच्चों की ज़िंदगी को सीधा सीधा ख़तरे में डालना है । जिससे सरकार के इस आदेश से बच्चों के माता पिता में घबराहट और तुग़लकी फ़रमान के ख़िलाफ़ रोष पाया जा रहा है ।